संदेश
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इस ब्रह्मांड में प्रत्येक प्राणी को अपने अपने कर्मों का परिणाम समय चक्र के अनुसार भोगना पड़ता है क्योंकि इस संसार में व्यक्ति खाली आता है और खाली हाथ जाता है अगर छोड़ जाता है तो अपने कर्मों का प्रभाव । इस समस्त संसार में यदि कोई चीज युगों युगांतर तक याद रखी जाती है तो वह है "सीख " परम सत्य यही है कि शेष सभी नश्वर है
इस संसार में कोई जाति ,धन अथवा पद से बड़ा नहीं होता है बल्कि अपने सदकर्मों से समाज अथवा संसार में पूजनीय बनता है इसलिए कहते हैं जो जैसा कर्म करेगा वैसा ही फल पाएगा मानवता से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता और इंसान से बढ़कर कोई जाति नहीं होती
हमने मानवता, लोक कल्याण एवं परमार्थ भाव की भावना से प्रेरित होकर इस बहुउद्देशीय , राज्य-स्तरीय , कार्य, योग्यता मंच जैसी जागरूकता समिति का गठन किया है
संस्थापक की कलम से...